कन्या लग्न कुण्डली में रोगों का विश्लेषण
शनि देव इस लग्न कुण्डली में रोगेष हैं पर साथ – साथ अधिपति पंचमेष भी हैं l उदय अवस्था के शनि देव यदि 3rd , 6th , 8th और 12th भाव मे स्थित है तो उनके दान – पाठ करके रोगों को कम किया जा सकता है l इन भावों में पड़े शनि देव का …