ग्रहों का अंश तथा षड़बल
जिस तरह इन्सान दो पांवो पर चलता है उसी प्रकार षडबल और अंशमात्र बलाबल के अनुसार ही ग्रह अपना फल देता है l दोनों में से एक के बल में भी यदि कमी आ जाती है तो उनके फल में कमी आ जाती है l जैसे एक रेलगाड़ी दो पटरियों पर चलती है वैसे ही …