ज्योतिष विद्या में किसी भी प्रकार का निवारण करने के लिए चार सूत्र अपनाए जाते हैं l
जल प्रवाह दान-पुण्य पाठ – पूजन रत्न धारण करना 1. जल प्रवाह : यदि कोई भी ज्योतिष विद्वान किसी भी जातक को उपाय में कोई भी वस्तु जल प्रवाह करने के लिए कहता है तो इसका अर्थ यह है कि जिस ग्रह से सम्बंधित वह वस्तु है, उस वस्तु को पानी में डालने से उस …
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