रोगों का विश्लेषण

कन्या लग्न कुण्डली में रोगों का विश्लेषण

शनि देव इस लग्न कुण्डली में रोगेष हैं पर साथ – साथ अधिपति पंचमेष भी हैं l उदय अवस्था के शनि देव यदि 3rd , 6th , 8th और 12th  भाव  मे स्थित है तो उनके दान – पाठ करके रोगों को कम किया जा सकता है l इन भावों में पड़े शनि देव का …

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मेष लग्न कुण्डली में रोगों का विश्लेषण

मेष लग्न कुण्डली में छठा (6th) भाव के स्वामी बुध देव हैं जो लग्नेश मंगल के अति शत्रु है l मेष लग्न वाले जातक को बुध का पन्ना कभी भी धारण नहीं करना चाहिए l अगर कोई जातक धारण करता है तो उसका रोग बढ़ने का योग बन जाता है l सभी मेष लग्न वाले …

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