उच्च ग्रह :
- जब कोई ग्रह किसी राशि में सामान्य से अधिक अच्छे फल देने बाध्य हो जाए , तो उसे उच्च का ग्रह कहा जाता है l
- यदि कुण्डली में योग कारक ग्रह उच्च का होता है तो वह ग्रह सामान्य से अधिक अच्छे फल देने में बाध्य हो जाता है I यदि कुण्डली का मारक ग्रह उच्च का होता है तो उसका मारकत्व बढ़ जाता है मतलब ग्रह सामान्य से अधिक बुरे परिणाम देता है I
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नीच ग्रह :
- जब कोई ग्रह किसी राशि में सामान्य से बुरे फल देने में बाध्य हो जाए, तो उसे नीच का ग्रह कहा जाता है I नीच ग्रह बलहीन नहीं होता, नीच ग्रह अशुभ होता है और सदैव अपनी दशा – अन्तरा में मारक (शत्रु) ग्रह की तरह फल देता है l
- Explanation: यदि कोई साधु – सन्त शराब के ठेके पर जाकर शराब पिए तोह ऐसे साधु को समाज का कोई भी इन्सान नमन नहीं करेगा क्यूंकि वो नीच हरकत कर रहा है ऐसा साधु बलहीन नहीं माना जाता है, अशुभ माना जाता है I
- कुण्डली में जब भी नीच ग्रह की दशा – अन्तरा चलेगी वोह सदैव कष्टकारी होगी, यदि किसी उच्च ग्रह या स्वः राशि ग्रह की वजह से नीच ग्रह की नीचता भंग हो जाती है तोह वही नीच ग्रह अच्छा फल देने में बाध्य हो जाता है (As per Neech Bhang Rajyog)
- भूलकर भी नीच ग्रह का रत्न धारण न करें I रत्न का काम होता है ग्रह से आने वाली किरणों को बढ़ाना, यदि किसी जातक/जातिका ने नीच ग्रह का रत्न धारण किया हुआ है तोह उस ग्रह की नीचता (अशुभता) कई गुना बढ़ जाएगी जोकि मृत्युतुल्य कष्ट देने के लिए बाध्य हो जायेगा I
स्वः राशि ग्रह:
- जो ग्रह अपनी ही राशि में पड़ा हो, वह ग्रह स्वः राशि ग्रह कहलाता है और वह स्वस्थ अवस्था का ग्रह माना जाता है l
About the Author & Astrologer :
The author, Somvir Singh has pursued his Mechanical Engineering from HBTU Kanpur in 2012. Later, he joined IIT Roorkee for Post graduation, and after an year he left the institute due to financial problem and joined PSU HEC Ltd, Ranchi in January 2014. Thereafter, he faced some unforeseen problem in life and consulted to a few astrologers but none were to his satisfaction nor the problem went away. And this is when his journey begun in the field of astrology. After doing research in astrology for more than a couple of years, he has put his learnings and findings in 217 pages as “Self Made Destiny”. In this book, he has covered all articles scientifically.
The book is specifically written for anyone who likes to read day-to-day astrology predictions, want to know about yourself and eventually learn astrology.
The book is dedicated to his wife who had been a constant support in this journey.
Best Astrologer Award in Global Business Award 2021, New Delhi from Miss Prachi Desai
Mr. Somvir Singh (B.Tech – HBTU Kanpur, M.Tech – IIT Roorkee, Expertise in Vedic Astrology)
Author : Self Made Destiny (Astrology Book), ISBN: 978-93-5427-087-1
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You are right sir, Ek bar hame pandit ji ne neech grah chandrama ka Moti dharan karva diya tha … usko pahane ke bad Etna problems hua ki Mata ji kee puri health kharab ho gyi and Meri job chhut gyi, depression me aa gyi thi…
But aapne us stone ko utarva diya tha jaise hee stone utara fir se sab theek hone laga … many many thanx sir for your support . Aap toh sir mere liye Bhagwan se kam nhi ho …
aapse bat karke man bilkul halka ho jata hai aur positivity mahsus hoti hai… !
bahut achha kam kar rahe hain aap , es knowledge se app se logo ki bahut help ho jayegi …
Thank you sir .
Great knowledge. Superb
Excellent . Good explanation. easily understandable.